रायपुर/राज्य के सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने आज सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को रासायनिक उर्वरकों की सुगमता से उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों को नियमित रूप से खाद का भंडारण और वितरण करना होगा, ताकि किसानों को भटकना न पड़े।
मंत्री कश्यप ने डीएपी के विकल्प के रूप में अन्य उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने और किसानों को जागरूक करने पर भी जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उर्वरकों की कालाबाज़ारी या अधिक मूल्य वसूली पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में जानकारी दी गई कि खरीफ 2025 के लिए 10.72 लाख मीट्रिक टन खाद आपूर्ति का लक्ष्य है। इसके विरुद्ध अब तक 4.10 लाख मीट्रिक टन खाद का भंडारण और 1.57 लाख मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है। फिलहाल सहकारी समितियों में 2.52 लाख मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध हैं।
मंत्री कश्यप ने कहा कि हर ग्राम पंचायत में बहुआयामी सहकारी समितियों का गठन किया जाएगा, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले। राज्य की 11,650 ग्राम पंचायतों में से 8,611 पंचायतें अभी सहकारी समितियों से वंचित हैं। इस साल 1175 दुग्ध, 120 मत्स्य और 532 पैक्स के गठन का लक्ष्य रखा गया है।
खरीफ 2025 के लिए सहकारिता विभाग ने 7800 करोड़ रुपए के ऋण वितरण का लक्ष्य तय किया है। अब तक 4.90 लाख किसानों को 2,441 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया जा चुका है। मंत्री ने 30 जून तक सभी सहकारी समितियों का ऑडिट पूरा कराने के निर्देश भी दिए।