रायपुर/रायपुर। कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट दो दिवसीय प्रवास पर आज रायपुर पहुंचे। संगठनात्मक रूप से यह दौरा कांग्रेस के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। पायलट अपने प्रवास के दौरान बूथ स्तर से लेकर प्रदेश नेतृत्व तक मैराथन बैठकें करेंगे। यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब भाजपा ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह के दौरे के जरिए नक्सल मुद्दे को फिर से सियासी बहस के केंद्र में ला दिया है।
रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा,
“हम हमेशा हिंसा के खिलाफ खड़े रहे हैं। लेकिन सिर्फ भाषण देने से काम नहीं चलेगा, ज़मीनी स्तर पर ठोस और प्रभावी कार्रवाई होनी चाहिए। कार्रवाई जरूरी है लेकिन इसका पॉलिटिकल इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि नक्सलवाद जैसे संवेदनशील विषय पर गंभीर और पारदर्शी फैसले लिए जाने चाहिए ताकि उसका लाभ सीधे जनता तक पहुंचे।
“ऐसे मुद्दों पर सोच-समझकर फैसले लेने होंगे। सिर्फ भाषणों से नहीं, बल्कि ज़मीनी काम से फर्क पड़ेगा।”
सचिन पायलट का यह बयान न सिर्फ केंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाता है बल्कि छत्तीसगढ़ में आगामी राजनीतिक रणनीति के संकेत भी देता है। माना जा रहा है कि उनके इस प्रवास के दौरान संगठन के पुनर्गठन और आगामी चुनावी दिशा को लेकर कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।