रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन जल जीवन मिशन को लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान इस मिशन पर 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए थे, जबकि बीजेपी की मौजूदा ट्रिपल इंजन सरकार ने अब तक सिर्फ 3 हजार करोड़ रुपए ही खर्च किए हैं।
भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने 21 लाख कनेक्शन देने की बात कही थी, लेकिन 20 महीनों में सिर्फ 10 लाख कनेक्शन ही दिए जा सके हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि जिन घरों में कनेक्शन दिए गए हैं, क्या वहां सच में पानी पहुंच रहा है या सिर्फ आंकड़ों का खेल खेला जा रहा है।
विपक्ष के इन आरोपों पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की अव्यवस्था के कारण जल जीवन मिशन को दो साल की देरी से शुरू करना पड़ा। बीजेपी सरकार ने अब तक करीब 29 हजार योजनाएं बनाई हैं। कांग्रेस के कार्यकाल में 36 लाख कनेक्शन देने की बात कही गई थी, लेकिन जांच में पाया गया कि सिर्फ 21 लाख नलों में ही पानी पहुंचा। इस मामले में फर्जी एंट्री के लिए एक्जीक्यूटिव इंजीनियर पर कार्रवाई की गई है और दो ठेकेदारों पर FIR दर्ज कराई गई है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार तेज़ी से काम कर रही है और जल जीवन मिशन के तहत ज्यादा से ज्यादा घरों तक पानी पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अनावश्यक सवाल उठाकर सदन की कार्यवाही को भटकाना चाहता है।