रायपुर/छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पर्व हरेली तिहार पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरी पारंपरिक छवि के साथ पर्व मनाया। अपने निवास पर उन्होंने हल, बैलगाड़ी और कृषि उपकरणों की विधिपूर्वक पूजा की, साथ ही गेड़ी चढ़कर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उनका पूरा परिवार भी मौजूद रहा।

हरेली की गरिमा के बीच भावुक हुए भूपेश
कार्यक्रम के दौरान भूपेश बघेल भावुक भी दिखे। उन्होंने अपने संबोधन में बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश करार देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा—

“मेरे बेटे को बिना नोटिस, उसके जन्मदिन के दिन गिरफ्तार किया गया। मैंने अडानी के खिलाफ बोला, इसलिए मोदी ने मेरे बेटे को जेल भेजा। ये सब सियासी साजिश है।”

उन्होंने आगे कहा—
“हम अंग्रेजों से लड़े हैं। हमारे पूर्वज स्वतंत्रता सेनानी थे। बाबूजी कहा करते थे कि जेल हमारा दूसरा घर है। हमें हिम्मत और रणनीति से लड़ना होगा।”
गोठानों को लेकर सरकार पर तीखा हमला
पूर्व मुख्यमंत्री ने गोठानों को बंद करने की कथित कोशिशों को लेकर भी बीजेपी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा—

“बीजेपी एक ओर गाय के नाम पर राजनीति करती है, दूसरी ओर गोठानों को खत्म करने में जुटी है। महिलाओं को जमीन खाली करने के नोटिस दिए जा रहे हैं और वहां सामुदायिक भवन बनाने की योजना बनाई जा रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि गोठान केवल पशुधन के लिए नहीं, बल्कि महिला स्वसहायता समूहों की आय का भी आधार हैं। ऐसे फैसले ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रहार हैं।
“हरेली हमारी पहचान है”
भूपेश बघेल ने गेड़ी चढ़ते हुए ग्रामीण संस्कृति को सम्मान देने का संदेश दिया। उन्होंने कहा—
“हरेली सिर्फ त्योहार नहीं, हमारी पहचान है। यह हमारी कृषि परंपरा और ग्रामीण जीवन की आत्मा है। हमें इसे हर हाल में संजोकर रखना होगा।”