रायपुर/छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर आदिवासी नेताओं को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत को पार्टी से निष्कासित करने की धमकी इसलिए दी जा रही है क्योंकि वे अडानी समूह से जुड़े एक संचार मंत्री से लगातार सवाल पूछ रहे हैं।

बघेल ने कहा, “डीएमएफ और सीएसआर में जो बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है, उसे छिपाने की कोशिश की जा रही है। रवि भगत की विचारधारा भिन्न हो सकती है, लेकिन वह एक मेहनती आदिवासी युवा हैं जिन्होंने अपनी मेहनत से राजनीति में जगह बनाई है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा में अब आदिवासी नेतृत्व को भी दबाने की राजनीति शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि “हसदेव और तमनार में आदिवासियों को उजाड़ने के बाद, अब पार्टी के भीतर भी आदिवासियों की आवाज को दबाया जा रहा है।”
भूपेश बघेल ने आरएसएस और भाजपा की विचारधारा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “जो आदिवासी को वनवासी कहते हैं, उनके चरित्र को सबको समझना होगा। यह वही सोच है जो न सवाल पसंद करती है, न ही विरोध।”