रायपुर/छत्तीसगढ़ की सियासत में इन दिनों नया मोड़ देखने को मिल रहा है। पूर्व गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता ननकीराम कंवर ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कंवर ने कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत को हटाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा था और तीन दिन का अल्टीमेटम भी दिया था।
अब समयसीमा पूरी होने के बाद ननकीराम कंवर ने ऐलान किया है कि वे 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास रायपुर के सामने धरना देंगे। इसकी आधिकारिक सूचना रायपुर कलेक्टर को भी भेज दी गई है।
कोरबा कलेक्टर पर गंभीर आरोप
पूर्व गृहमंत्री ने कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कलेक्टर हिटलरशाही तरीके से काम कर रहे हैं और उन पर सैकड़ों भ्रष्टाचार के मामले लंबित हैं। कंवर का कहना है कि जनता त्रस्त है और ऐसे अधिकारी को तुरंत हटाया जाना चाहिए।
सत्तारूढ़ दल में असहजता
बीजेपी सरकार में ही पूर्व गृहमंत्री के इस कदम से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पार्टी के भीतर असहजता की स्थिति बन गई है, क्योंकि मामला सीधे मुख्यमंत्री और कलेक्टर से जुड़ा है।
अब देखना यह होगा कि 4 अक्टूबर को होने वाले धरने से पहले सरकार कोई ठोस कदम उठाती है या फिर कंवर अपने ऐलान पर डटे रहते हैं।

