रायपुर/छत्तीसगढ़ के पहले लोक पर्व हरेली का उल्लास आज उपमुख्यमंत्री अरुण साव के सरकारी निवास में देखने लायक था। सुबह से ही पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हरेली की शुरुआत हुई।अरुण साव ने हल व कृषि औजारों की पूजा कर गौमाता को लोंदी और गुड़ खिलाया। उन्होंने गेड़ी चढ़कर बचपन की यादें भी ताजा कीं।

कार्यक्रम में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक रोहित साहू और मोतीलाल साहू समेत कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

निवास परिसर में छत्तीसगढ़ी संस्कृति और खानपान की झलक चारों ओर दिखी। मेहमानों का स्वागत चौसेला, गुलगुल भजिया, बरा और टमाटर की चटनी जैसे पारंपरिक व्यंजनों से किया गया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने पर्यावरण संदेश देते हुए शीशम का पौधा भी रोपा।

प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए श्री साव ने कहा— “हरेली सिर्फ त्योहार नहीं, किसानों और लोक परंपरा का सम्मान है। यह पर्व मेरे बचपन की सुनहरी यादों से जुड़ा है।”
इस आयोजन में रायपुर नगर निगम के सभापति सूर्यकांत राठौर, खनिज निगम के पूर्व अध्यक्ष छगन मूंदड़ा, बाल संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष यशवंत जैन, पवन साय, अनुराग अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।