रायपुर/पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पर भाजपा ने एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राज्य के वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कोल ब्लॉक आबंटन, पेड़ कटाई और पर्यावरण स्वीकृति से जुड़े कई दस्तावेज जारी किए। कश्यप ने कांग्रेस और भूपेश बघेल को “झूठ की फैक्ट्री” करार देते हुए कहा कि “भूपेश बघेल ने अपने आकाओं के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ के संसाधनों की खुली लूट की।”
मंत्री ने कहा कि भूपेश बघेल बार-बार झूठ बोलकर खुद को पाक-साफ साबित करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दस्तावेज़ गवाही दे रहे हैं कि कोल ब्लॉक आबंटन में कांग्रेस सरकार की सीधी भूमिका रही है।
क्या-क्या कहा केदार कश्यप ने?
कांग्रेस सरकार ने ही हसदेव अरण्य को ‘नो गो जोन’ से ‘गो एरिया’ में बदला था।
2011 में तारा परसा ईस्ट और कांटे बेसन कोल ब्लॉक खोलने का प्रस्ताव कांग्रेस सरकार में ही आया।
भूपेश सरकार ने 2019 से 2023 के बीच कई बार पर्यावरण और वन स्वीकृति की सिफारिशें भेजीं।
अडानी को खदानों का ऑपरेटर कांग्रेस सरकारों के दौरान ही बनाया गया।
केदार कश्यप ने कांग्रेस पर हमला करते हुए पूछा, “क्या अब भूपेश बघेल और कांग्रेस माफी मांगेंगे कि उन्होंने कोल ब्लॉक आबंटन का रास्ता खुद साफ किया था? क्या अब वे राजीव भवन और अपने घर की बिजली बंद करेंगे, जैसे वे विरोध करने वालों से कहते थे?”
भाजपा के सवाल कांग्रेस से
क्या कांग्रेस मनमोहन सिंह सरकार के समय लिए गए निर्णयों की जिम्मेदारी लेगी?
क्या कांग्रेस हर आरोपी के साथ ऐसे ही खड़ी होगी, जैसे आज पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे के लिए खड़ी है?
क्या कांग्रेस अब बताएगी कि उसने अडानी को खदान देने के लिए कितने पत्र लिखे?
भाजपा ने दावा किया कि कोयला घोटाले, शराब घोटाले, पीएससी और गोठान घोटालों में कांग्रेस शासनकाल की कलई धीरे-धीरे खुल रही है और कई आरोपी जेल में हैं।