रायपुर/छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की जा रही जांच के तहत उन्हें आज रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें दोबारा 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
ईडी ने 18 जुलाई 2025 की सुबह चैतन्य बघेल के भिलाई स्थित आवास पर छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार किया था। दिलचस्प बात यह है कि उसी दिन उनका जन्मदिन भी था। गिरफ्तारी के बाद ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें पहले 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा गया। इसके बाद 22 जुलाई को कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया था, जो आज समाप्त हुई।
रिमांड अवधि के बाद चैतन्य बघेल को आज दोबारा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उन्हें फिर से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अब अगली सुनवाई 18 अगस्त 2025 को होगी।
ईडी का आरोप है कि चैतन्य बघेल छत्तीसगढ़ में शराब के अवैध कारोबार से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में शामिल रहे हैं। जांच एजेंसी के मुताबिक, इस पूरे घोटाले में राज्य के कुछ रसूखदार नेताओं, अफसरों और ठेकेदारों की मिलीभगत थी, जिसके जरिए सरकारी सिस्टम का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की अवैध उगाही की गई।