रायपुर/अमेरिका की ताज़ा ट्रैवल एडवाइजरी ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ की सुरक्षा स्थिति को लेकर सियासी भूचाल ला दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों को भारत के कुछ राज्यों की यात्रा से बचने की सलाह दी है, जिसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। वजह बताई गई है – नक्सल हिंसा और असुरक्षा की आशंका।
अमेरिकी सरकार की इस चेतावनी के बाद सूबे की राजनीति में बयानबाज़ी तेज़ हो गई है।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा –
“ये सब भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर खराब करने की साज़िश है, केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि आखिर अमेरिका को ऐसे जानकारी कौन दे रहा है?”

उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने भी इसे “छत्तीसगढ़ की छवि को धूमिल करने की एक चाल” करार दिया।

वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर तीखा वार किया कहा –
“कहीं ऐसा तो नहीं कि जॉर्ज सोरोस की पहुंच अब राजीव भवन तक हो गई है? राज्य की छवि को बदनाम करने की स्क्रिप्ट यहीं से तो नहीं लिखी जा रही?”

हालांकि, अमेरिका की यह एडवाइजरी ऐसे समय में आई है जब राज्य में निवेश, पर्यटन और रोजगार को लेकर कई योजनाएं ज़ोरों पर हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस ट्रैवल अलर्ट का असर सिर्फ सियासत तक सीमित रहता है या ज़मीनी स्तर पर भी पड़ता है।