रायपुर/छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हालिया बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखा हमला बोला है।
भूपेश बघेल ने कहा धर्मांतरण को लेकर 2 अगस्त 2006 को ही छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधेयक प्रस्तुत किया गया था और 3 अगस्त 2006 को यह पारित भी हो चुका है। इसके बाद यह विधेयक राजभवन या राष्ट्रपति भवन में किस स्थिति में है, किसी को जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री को इतना भी होश नहीं है कि धर्मांतरण पर पहले से ही विधेयक पारित है। वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं।”
दरअसल, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था—
“धर्मांतरण छत्तीसगढ़ के लिए एक गंभीर सामाजिक समस्या है। हमारी सरकार जल्द ही इसे रोकने के लिए कड़ा कानून लाएगी। हम इस विषय पर ठोस और निर्णायक कदम उठाएंगे।”
मुख्यमंत्री के इसी बयान को लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है और सवाल उठाए हैं कि जब पहले ही विधानसभा से विधेयक पारित हो चुका है, तो फिर नया कानून लाने की बात क्यों?