दिल्ली/रायपुर_प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के लिए आत्मनिर्भरता और विकास का रोडमैप पेश किया। उन्होंने 2047 तक 75 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था और ‘3T मॉडल’ (टेक्नोलॉजी, ट्रांसपेरेंसी, ट्रांसफॉर्मेशन) के विजन की रूपरेखा सामने रखी।

सीएम साय ने कहा कि अब बस्तर संघर्ष नहीं, संभावनाओं का प्रतीक है। यहां स्किल डेवलपमेंट, निवेश, स्टार्टअप और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से नई तस्वीर उभर रही है। मुख्यमंत्री ने बस्तर को ‘मेक इन इंडिया’ का हब बनाने और 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य भी दोहराया।

बैठक में ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन डॉक्यूमेंट’ साझा किया गया, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यटन, आईटी समेत 13 क्षेत्रों में 10 मिशनों के जरिए परिवर्तन की योजना शामिल है।
सीएम साय ने बताया कि स्टील, कोयला, लिथियम जैसे संसाधनों के चलते छत्तीसगढ़ औद्योगिक शक्ति बन रहा है। देश की पहली सेमीकंडक्टर यूनिट और एआई डेटा सेंटर राज्य में बन रहे हैं। साथ ही, 350 से अधिक प्रशासनिक सुधारों और डिजिटल सेवाओं से शासन में पारदर्शिता और गति लाई गई है।
नीति आयोग के मंच से मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ अब सिर्फ संसाधन संपन्न नहीं, बल्कि नीति और प्रशासन के क्षेत्र में भी अग्रणी राज्य बन चुका है।