रायपुर/सरगुजा की प्राचीन रामगढ़ पहाड़ी इन दिनों खतरे में है। कोल माइंस में हो रही ब्लास्टिंग से यह ऐतिहासिक धरोहर हिलने लगी है। इसी को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने न सिर्फ स्थानीय लोगों के साथ संरक्षण अभियान चलाया, बल्कि अब इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र भी लिखा है।
टीएस सिंहदेव का CM को पत्र

सिंहदेव ने चिट्ठी में लिखा है कि रामगढ़ पहाड़ी का अत्यधिक पुरातत्विक महत्व है। इसे माता सीता और भगवान राम का निवास भी माना जाता है। पहाड़ी पर सीता बेंगरा गुफा और भगवान राम-लक्ष्मण का प्राचीन मंदिर आज भी मौजूद है। सिंहदेव ने आग्रह किया कि इस धरोहर की रक्षा करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और इसे हर हाल में बचाया जाना चाहिए।
ब्लास्टिंग से कांप रहा प्राचीन मंदिर
रामगढ़ पहाड़ी पर स्थित मंदिर और गुफा हर साल लाखों श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र रहते हैं। पुरातत्व विभाग ने सीता बेंगरा गुफा को संरक्षित घोषित कर रखा है। लेकिन, पहाड़ी से कुछ दूरी पर चल रही कोल माइंस की ब्लास्टिंग इतनी तेज है कि पूरा पहाड़ और मंदिर तक कांपने लगता है।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि ब्लास्टिंग जारी रही तो यह धरोहर धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील हो जाएगी। उन्होंने मांग की है कि कोल माइंस का एक्सटेंशन रोका जाए और पुरातत्विक स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
संस्कृति की धरोहर पर संकट
रामगढ़ पहाड़ी सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत का भी प्रतीक है। TS सिंहदेव का कहना है कि सरकार को चाहिए कि इस स्थल के संरक्षण और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि आने वाली पीढ़ियों तक यह धरोहर सुरक्षित रह सके।