रायपुर/मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक आज वाराणसी में संपन्न हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान ऐलान किया गया कि अगली बैठक का आयोजन छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में किया जाएगा।
यह निर्णय केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि देश के दूरस्थ और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों को मुख्यधारा में लाने की ऐतिहासिक पहल के रूप में देखा जा रहा है। बस्तर में परिषद बैठक का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की समावेशी विकास और सुशासन की नीति का स्पष्ट संकेत है।
बैठक के दौरान अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि अगली बैठक तक बस्तर नक्सल उन्मूलन के क्षेत्र में निर्णायक प्रगति कर चुका होगा। साथ ही यह क्षेत्र शांति, स्थायित्व और विकास का मॉडल बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,
बस्तर में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन इस क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। इससे न केवल विकास को नई दिशा मिलेगी, बल्कि यह बस्तर को संघर्ष नहीं, संभावनाओं के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है।”
यह निर्णय न केवल राज्य-केंद्र के बेहतर समन्वय का उदाहरण है, बल्कि यह दर्शाता है कि अब बस्तर राष्ट्रीय नीति-निर्धारण के केंद्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है।