रायपुर/मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 25 जून 1975 को देश का काला दिन बताते हुए कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक स्वार्थ के चलते आपातकाल थोपकर लोकतंत्र की हत्या की थी। मुख्यमंत्री राजधानी रायपुर के अग्रसेन धाम में भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित मॉक पार्लियामेंट कार्यक्रम में बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय लोकतंत्र के लिए लड़ने वालों को बिना वजह जेल में डाला गया। जेलों में किस हाल में रखा गया, उसे शब्दों में बयान करना असंभव है। उन्होंने मीसाबंदियों के दर्द को साझा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों को मिलने वाली पेंशन बहाल कर उनका सम्मान वापस दिलाया है।

मुख्यमंत्री ने अपने राजनीतिक गुरु स्व. बालकृष्ण शर्मा ‘देवकी महराज’ का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें भी 19 महीने जेल में रखा गया था, जिससे उनके परिवार को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। श्री साय ने कहा कि उस दौर में मीडिया पर सेंसरशिप से लेकर जबरन नसबंदी जैसे अत्याचार हुए थे।

उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह सरकार ने मीसाबंदियों को सम्मान राशि देना शुरू किया था, जिसे कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया था। अब हमारी सरकार ने विधानसभा में लोकतंत्र सेनानी सम्मान विधेयक पारित कर यह सुनिश्चित कर दिया है कि कोई भी सरकार इसे रोक नहीं पाएगी।
मुख्यमंत्री ने मॉक पार्लियामेंट में युवाओं की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं ने सांसद की भूमिका को शानदार ढंग से निभाया और गंभीर विषयों पर सार्थक चर्चा की।