जशपुर/मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य और जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है, ताकि किसानों, व्यापारियों और आम नागरिकों को वित्तीय सेवाएं उनके ही गाँव में सुलभ हो सकें। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवाएं न केवल आर्थिक गतिविधियों को गति देती हैं, बल्कि शासकीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का आधार भी बनती हैं।

मुख्यमंत्री साय ने जशपुर जिले के बगिया ग्राम स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से जशपुर विकासखंड के ग्राम आरा, पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम कुडे़केला (घरजियाबथान) और बगीचा विकासखंड के ग्राम छिछली में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की नई शाखाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने बैंक के 12वें वार्षिक प्रतिवेदन का भी विमोचन किया।

44 हज़ार से अधिक ग्रामीण होंगे लाभान्वित
इन नई शाखाओं के खुलने से 23 ग्राम पंचायतों और 48 आश्रित ग्रामों के लगभग 44 हज़ार लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। अब ग्रामीणों को बैंकिंग कार्यों के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा, जिससे समय और धन की बचत होगी।

अटल डिजिटल सुविधा केंद्र से गांव-गांव में वित्तीय सेवाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि जशपुर जिले की 268 पंचायतों में अटल डिजिटल सुविधा केंद्र शुरू किए गए हैं, जिनके माध्यम से अब तक लगभग 15 करोड़ रुपये का लेन-देन हो चुका है। पंचायत दिवस तक जिले की सभी पंचायतों में ये सुविधा केंद्र शुरू करने की योजना है। इन केंद्रों से बैंकिंग, बीमा और सरकारी योजनाओं से जुड़ी सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होंगी।

जनप्रतिनिधियों ने जताया आभार
कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों के सरपंचों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कहा कि नई बैंक शाखाओं से ग्रामीणों को अब सभी बैंकिंग सुविधाएं नज़दीक ही मिलेंगी। विधायक रायमुनी भगत ने कहा कि इससे हितग्राही योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुंचेगा। विधायक गोमती साय ने जनधन योजना के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि नई शाखाएं ग्रामीण विकास में तेजी लाएंगी।
इन तीन नई शाखाओं के खुलने से जशपुर जिले में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की कुल शाखाओं की संख्या 30 हो गई है। कार्यक्रम में माटीकला बोर्ड अध्यक्ष शंभूनाथ चक्रवर्ती, जिला पंचायत सदस्य वेद प्रकाश भगत, उपेन्द्र यादव, सुनील गुप्ता, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार, बैंक के चेयरमैन विनोद अरोड़ा और तीनों ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।