दुर्ग/छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज दुर्ग जिले के ग्राम जामगांव (एम) में 36 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार आयुर्वेद प्रसंस्करण इकाई, हर्बल एक्सट्रैक्शन यूनिट, वेयरहाउस और कॉमन फैसिलिटी सेंटर का लोकार्पण किया।

यह महत्वाकांक्षी परियोजना ‘फॉरेस्ट टू फार्मेसी’ की अवधारणा को साकार कर ‘वोकल फॉर लोकल’ के संकल्प को मजबूत करेगी। इससे न केवल राज्य की समृद्ध वन संपदा को नया बाज़ार मिलेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ को वैश्विक मंच पर आयुर्वेदिक उत्पादों के क्षेत्र में एक नई पहचान भी मिलेगी।

मुख्यमंत्री साय ने बताया कि इस आयुर्वेदिक प्रसंस्करण इकाई से हर साल करीब ₹50 करोड़ के उत्पाद तैयार होंगे। इससे बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे।
लोकार्पण कार्यक्रम में पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर पूज्य श्री श्री 1008 डॉ. स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, दुर्ग सांसद विजय बघेल समेत कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
राज्य सरकार का मानना है कि समृद्ध वन संपदा और आधुनिक विज्ञान के इस समन्वय से छत्तीसगढ़ में आयुर्वेदिक उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।