रायपुर/छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में कैबिनेट बैठक हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए।
सबसे बड़ा फैसला स्थानांतरण नीति 2025 को लेकर हुआ। 6 जून से 13 जून तक आवेदन होंगे और 14 से 25 जून तक जिला व राज्य स्तर पर ट्रांसफर की प्रक्रिया चलेगी। इस बार ई-ऑफिस से ट्रांसफर ऑर्डर, पति-पत्नी की एक स्थान पर पोस्टिंग और सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर जैसे जिलों में विशेष प्राथमिकता जैसे प्रावधान जोड़े गए हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक, बलौदाबाजार के दामाखेड़ा का नाम अब कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा होगा। साथ ही गदहाभाठा का नाम सोनपुर और चण्डालपुर का नाम चन्दनपुर किया गया है।
नवा रायपुर में दो बड़ी घोषणाएं हुईं
- 10 एकड़ में कलाग्राम की स्थापना, जो लोक कलाकारों और शिल्पकारों को राष्ट्रीय मंच देगा।।
- 13.47 एकड़ में राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी।।
मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों को सस्ते भूखंड देने के लिए ‘किफायती जन आवास नियम 2025’ को मंजूरी दी गई है।
युवाओं को बढ़ावा देने के लिए ‘छत्तीसगढ़ युवा रत्न सम्मान’ शुरू किया गया है, जिसमें हर साल एक युवा और एक संस्था को 2.5 लाख और 5 लाख तक की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
खेल प्रशिक्षकों की भर्ती में एक साल के लिए डिप्लोमा की शर्त में शिथिलता दी गई है।
इसके अलावा, ‘होमस्टे नीति 2025-30’ को भी हरी झंडी दी गई है, जिससे बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों में गांवों के भीतर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।