रायपुर/छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने सोमवार को लखमा के खिलाफ चौथा पूरक चालान विशेष कोर्ट में पेश किया है।
करीब 1100 पन्नों की इस चार्जशीट में लखमा की कथित अहम भूमिका का विस्तार से जिक्र है। इसके साथ ही 66 पन्नों की समरी में घोटाले का पूरा ब्योरा और जांच में जुटाए गए सबूतों का विवरण दिया गया है।
गौरतलब है कि इस घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उनसे दो बार ED दफ्तर बुलाकर पूछताछ की गई थी। गिरफ्तारी से पहले ED ने लखमा को 7 दिन कस्टोडियल रिमांड पर लेकर सवाल-जवाब किए थे। इसके बाद 21 जनवरी से 4 फरवरी तक लखमा 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल में रहे। पिछली सुनवाई में जेल में पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं होने की वजह से लखमा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था। सुनवाई के बाद कोर्ट ने उनकी रिमांड 18 फरवरी तक बढ़ा दी थी।
इस केस में अब तक कई अफसरों और कारोबारियों पर भी कार्रवाई हो चुकी है। अब सबकी निगाहें कोर्ट के अगले फैसले और संभावित गिरफ्तारी या सख्त कदमों पर टिकी हैं।