रायपुर/बस्तर में हुए नक्सली सरेंडर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही। कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। इसी क्रम में मंत्री केदार कश्यप ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा पलटवार किया है।
कश्यप ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि तारीफ के लिए शुक्रिया भूपेश बघेल जी। बस यह स्पष्ट कर देते कि आपकी यह निजी राय है या कांग्रेस का अधिकृत बयान? आपकी पार्टी के प्रवक्ता इसे ‘इवेंट’ कह रहे थे, वहीं प्रदेश अध्यक्ष असली-नकली नक्सली का सवाल उठा रहे थे। इससे लड़ाई कमजोर पड़ती है।

उन्होंने कांग्रेस पर नक्सलवाद के प्रति दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत की ऐसी सभी समस्याओं की जड़ में कांग्रेस की कुनीति रही है – चोर से कहो चोरी कर, गृहस्वामी से कहो जागते रह।
कश्यप ने आगे कहा कि जिस झीरम घाटी हत्याकांड का जिक्र भूपेश बघेल कर रहे हैं, उसी दरभा हमले के बाद राहुल गांधी ने बिलासपुर में नक्सलियों को क्लीन चिट दी थी। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नेताओं ने महेंद्र कर्मा का साथ दिया होता, उनके ‘सलवा जुडूम’ का विरोध न किया होता, तो शायद यह लड़ाई इतनी लंबी नहीं खिंचती और न ही इतने बलिदान होते।
मंत्री ने कांग्रेस पर हाल की राजनीति को भी जनजाति विरोधी और नक्सल समर्थक करार दिया, यह कहते हुए कि सलवा जुडूम विरोधी पूर्व जज को उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाना कांग्रेस की मानसिकता दिखाता है।
अंत में केदार कश्यप ने कांग्रेस से अपील की कि देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े विषयों पर सस्ती, हल्की और दोहरी राजनीति से बाज आइए। जनता अब सब जानती है। खुले मन से बस्तर में शुरू हुए नए युग का स्वागत कीजिए।

