रायपुर/पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश की आर्थिक स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भारत अब वैश्विक अर्थव्यवस्था में चौथे स्थान पर पहुंच चुका है, लेकिन आम जनता को इसका लाभ क्यों नहीं मिल रहा?
भूपेश बघेल ने सवाल उठाया –
“पैसा तो भारत का है, लेकिन जा किसके पास रहा है?”
उन्होंने दावा किया कि शीर्ष के 20 कॉर्पोरेट घरानों की संपत्तियां 2014 के बाद से सैकड़ों गुना बढ़ गई हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी पूछा –
अगर भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तो मनरेगा क्यों बंद पड़ा है?
तेंदूपत्ता संग्रहकों को भुगतान क्यों नहीं मिल रहा?
रोजगार के अवसर क्यों कम हो रहे हैं?
रेलवे में भर्तियां क्यों रुकी हुई हैं?
PSU कंपनियों को बंद कर निजी हाथों में क्यों सौंपा जा रहा है?
बघेल ने कहा कि अर्थव्यवस्था के आंकड़ों से देश की सच्चाई नहीं छुपाई जा सकती। आम जनता को उसका अधिकार नहीं मिल रहा और योजनाएं ठप पड़ी हैं।
क्या सरकार के पास इन सवालों के जवाब हैं?