नागपुर/पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता अरविंद नेताम ने आज नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय में संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने आदिवासी समाज से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बात की और धर्मांतरण को “सबसे गंभीर समस्या” बताया।
नेताम ने कहा, “धर्मांतरण की समस्या को अब तक किसी भी सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया। एक-दूसरे पर आरोप लगाने की राजनीति होती रही, लेकिन समाधान की दिशा में ठोस प्रयास नहीं हुए।”
उन्होंने यह भी कहा कि RSS और आदिवासी समाज अगर साथ आएं तो इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सकता है। नेताम के इस बयान को आदिवासी समाज और संघ के बीच संभावित साझेदारी की ओर एक संकेत माना जा रहा है।
क्या बोले अरविंद नेताम:
“धर्मांतरण की सबसे बड़ी मार आदिवासी समाज पर पड़ी है।”
“अब वक्त है कि हम समाधान की दिशा में आगे बढ़ें।”
“आरएसएस अगर आदिवासी समाज के साथ मिलकर काम करे, तो भविष्य में ठोस नतीजे सामने आ सकते हैं।”
RSS के वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में नेताम का यह संबोधन कई राजनीतिक हलचलों को जन्म दे सकता है।