रायपुर/मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित आपातकाल स्मृति दिवस कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा—”लोकतंत्र केवल शासन प्रणाली नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक पद्धति है।”

मुख्यमंत्री ने 1975 के आपातकाल को भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय बताया और कहा कि लोकतंत्र सेनानियों की यातना और संघर्ष हम सबके लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिताजी श्री नरहरि प्रसाद साय भी आपातकाल के दौरान 19 महीने जेल में रहे थे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों को राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि और परिजनों को ₹25,000 की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बंद की गई सम्मान राशि योजना को पुनः शुरू कर बकाया राशि का भी भुगतान किया गया है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी आपातकाल की भयावहता पर प्रकाश डाला और कहा कि लोकतंत्र की मजबूती का श्रेय उन्हीं सेनानियों को है।
कार्यक्रम में ‘वो 21 महीने: आपातकाल’ पुस्तक का विमोचन भी किया गया।