रायपुर/मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गुरुवार को सुशासन तिहार अभियान के तहत अंबिकापुर में सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज और जशपुर जिलों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की समस्याओं का समाधान समय पर करें और बार-बार पेशी से बचें। अच्छा कार्य करने वाले जिलों को राज्य सरकार की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, “वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण हमारा लक्ष्य है, जिसके लिए टीम भावना से काम जरूरी है।” उन्होंने बताया कि सुशासन तिहार के पहले चरण में करीब 40 लाख आवेदन आए थे, जिनका समाधान किया गया। अब तीसरे चरण में वे स्वयं जिलों का दौरा कर जनता से सीधे संवाद कर रहे हैं।
फील्ड विजिट और जवाबदेही पर जोर
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में सक्रिय रहें और राजस्व मामलों का समयबद्ध निराकरण करें। अवैध रेत खनन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए।
बुनियादी सेवाओं पर विशेष ध्यान
पेयजल संकट, तालाबों की सुरक्षा, किसानों को खाद-बीज की उपलब्धता और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य और आपात तैयारियों पर निर्देश
गर्मी व बरसात के मौसम में बीमारियों से निपटने के लिए दवाइयों और एंटी-स्नेक वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
वनाधिकार और अतिक्रमण पर सख्ती
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पात्र लोगों को ही वनाधिकार पट्टे मिलें। अवैध कब्जाधारियों और सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध रूप से रह रहे लोगों पर कार्रवाई की जाए।