रायपुर/छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलवाद के खिलाफ एक और बड़ी सफलता हासिल की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे “लाल आतंक के अंत की शुरुआत” करार देते हुए कहा कि नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।
बीजापुर में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बलों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कुख्यात नक्सली गौतम उर्फ सुधाकर, जो माओवादी केंद्रीय समिति का सदस्य था, सहित कई नक्सलियों को न्यूट्रलाइज किया है।
21 मई को बसवराजू और अब सुधाकर: नक्सलियों को दूसरा बड़ा झटका
मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 मई 2025 को नारायणपुर में माओवादियों के राष्ट्रीय महासचिव बसवराजू के खात्मे के बाद यह कार्रवाई नक्सलियों के लिए दूसरा बड़ा झटका है। उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2024-25 में अब तक बस्तर रेंज में 400 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं।
“शांति और विकास की लौ जल रही है”
मुख्यमंत्री ने सुरक्षाबलों के साहस और बलिदान को नमन करते हुए कहा—
“कठिन चुनौतियों और दुर्गम परिस्थितियों में भी हमारे वीर जवान नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ऐतिहासिक सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। यह उपलब्धि बस्तर सहित समस्त नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की लौ जलाने का संकल्प है।”
मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताते हुए कहा कि
“माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के संकल्प के अनुरूप, मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद मुक्त बनाने का लक्ष्य निश्चित रूप से पूरा होगा।”
मुख्यमंत्री ने सुरक्षाबलों के शौर्य को किया नमन
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जवानों का अद्वितीय साहस पूरे देश को यह संदेश देता है कि
“भारत अब नक्सलवाद की बेड़ियों से मुक्त हो रहा है।”
उन्होंने सभी सुरक्षाबलों को नमन करते हुए उनकी कर्तव्यनिष्ठा और बलिदान को भारत के लिए प्रेरणास्रोत बताया।